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टैफे ने कृषि में कुशल ऊर्जा उपयोग में मदद करने के लिए पेट्रोलियम संरक्षण अनुसंधान संघ (पी.सी.आर.ए.) के साथ सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए

नई दिल्ली: पेट्रोलियम संरक्षण अनुसंधान संघ ( पी.सी.आर.ए.), पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय, भारत सरकार, और संख्या के आधार पर विश्‍व की तीसरी सबसे बड़ी ट्रैक्टर निर्माता कंपनी, टैफे - ट्रैक्टर्स एंड फार्म इक्विपमेंट लिमिटेड ने पूरे देश में संसाधनों के संरक्षण में सहायता के लिए सहमति पत्र (एम.ओ.यू.) पर हस्ताक्षर किए। प्रमुख सरकारी संस्था, पी.सी.आर.ए. और ट्रैक्टर प्रमुख कंपनी टैफे के बीच पहली बार किये गये इस सहयोग के लिए, श्री आलोक त्रिपाठी (आई.ए.एस.), कार्यकारी निदेशक – पी.सी.आर.ए., और श्री टी.आर. केशवन, प्रेसिडेंट और सीओओ – प्रॉडक्‍ट स्‍ट्रेटजी और कॉर्पोरेट रिलेशंस, टैफे, द्वारा नई दिल्ली में सहमति प्रदान की गई।

पी.सी.आर.ए. तेल पर देश की अत्यधिक निर्भरता को कम करने के उद्देश्य से पेट्रोलियम संरक्षण के लिए नीतियों और रणनीतियों को भारत सरकार को प्रस्तावित करने में सक्रिय भूमिका निभाता है। सहमति पत्र के अंतर्गत, ट्रैक्टरों और उपकरणों के बेहतर रख-रखाव और मरम्‍मत के फायदों के बारे में जागरूकता फैलाने / किसानों को जागरूक करने में टैफे के व्यापक डीलरशिप नेटवर्क को शामिल करके कृषि कार्यशालाओं और मेलों का संयुक्त रूप से संचालन करने की योजना है, जिससे कम ईंधन की खपत और संसाधनों के कुशल उपयोग के परिणामस्वरूप, किसानों को उनकी उत्पादकता और लाभ को अधिकतम करने में मदद मिले।

फील्ड ट्रायल का उपयोग किसानों को प्रभावित करने वाले सही उपयोग और सिद्ध तरीकों को प्रदर्शित करने के लिए किया जाएगा, जिससे प्रति यूनिट पॉवर खपत की उत्पादकता में वृद्धि हो। सटीक कृषि और जल संरक्षण महत्वपूर्ण संसाधनों के उपयोग को कम करेगा। ऊर्जा संरक्षण और निर्भरता को कम करने में योगदान करते हुए, टैफे और पी.सी.आर.ए. का यह संयुक्त सामाजिक (सी.एस.आर.) प्रयास किसानों को संरक्षण, रीसाइक्लिंग और वैकल्पिक ऊर्जा के उपयोग के माध्यम से लागत को कम करने में मदद करेगा।

इस प्रयास में आगे टैफे के ‘ जेफार्म सर्विसेज़ ’ ऍप के माध्यम से पी.सी.आर.ए. द्वारा किसानों के लिए तैयार किए गए आउटरीच कार्यक्रम और नॉलेज शेयरिंग मॉड्यूल भी प्रसारित किए जाएंगे। टैफे के बारे में: tafe.com

150,000 से अधिक ट्रैक्टरों की वार्षिक बिक्री के साथ टैफे, संख्या के आधार पर, दुनिया का तीसरा और भारत का दूसरा सबसे बड़ा ट्रैक्टर निर्माता है। 93 बिलियन से अधिक के टर्नओवर के साथ टैफे भारत के ट्रैक्टरों के प्रमुख निर्यातकों में से एक है । टैफे एयर-कूल्ड और वाटर-कूल्ड प्लेटफॉर्म, दोनों में सब-100 एच. पी. सेगमेंट में ट्रैक्टरों की श्रृंखला का निर्माण करता है, और उन्हें अपने चार प्रतिष्ठित ब्रांडों - मैसी फर्ग्यूसन, टैफे, आयशर और हाल ही में सर्बियन ट्रैक्टर और कृषि उपकरण ब्रांड आई.एम.टी. – इंडस्ट्रिजा मासीना आई ट्रैक्टोरा, के अंतर्गत बाजार में लाता है। टैफे का 1000 से अधिक मजबूत वितरण नेटवर्क पूरे भारत में फैला हुआ है। भारत के अलावा, इसके उत्पादों को दुनिया भर में 100 से अधिक देशों में उत्कृष्ट स्वीकृति मिली हुई है, जिसमें यूरोप और अमरीकी महाद्वीप के विकसित देश शामिल हैं।

ट्रैक्टर और फार्म मशीनरी के अलावा, टैफे डीजल इंजन, साइलेंट जेनसेट, एग्रो इंजन, बैटरी, हाइड्रोलिक पंप और सिलेंडर, गियर और ट्रांसमिशन कॉम्पोनेंट्स भी बनाती है, और वाहन फ्रैंचाइज़ी तथा प्लांटेशन में व्यावसायिक रुचि रखती है।

पेट्रोलियम संरक्षण अनुसंधान संघ ( पी.सी.आर.ए.) के बारे में पी.सी.आर.ए. भारत सरकार के पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय के तत्वावधान में स्थापित एक पंजीकृत सोसायटी है। एक गैर-लाभकारी संगठन के रूप में, पी.सी.आर.ए. एक राष्ट्रीय सरकारी एजेंसी है जो देश के विभिन्न क्षेत्रों में ऊर्जा दक्षता को बढ़ावा देने का काम करती है। यह तेल संरक्षण पर देश की अत्यधिक निर्भरता को कम करने के उद्देश्य से पेट्रोलियम संरक्षण के लिए नीतियों और रणनीतियों का प्रस्ताव तैयार करने में भारत सरकार की मदद करती है। वर्षों से, पी.सी.आर.ए. ने ऊर्जा के विभिन्न स्रोतों के उपयोग में उत्पादकता में सुधार करने में अपनी भूमिका में वृद्धि की है।

पी.सी.आर.ए. का उद्देश्य तेल संरक्षण को एक राष्ट्रीय आंदोलन बनाना है। पी.सी.आर.ए. के अधिकार-पत्र के हिस्से के रूप में, पी.सी.आर.ए. को पेट्रोलियम उत्पादों के संरक्षण और उत्सर्जन में कमी लाने के महत्व, तरीकों और लाभों के बारे में जनता के बीच जागरूकता पैदा करने का काम सौंपा गया है।



Source: टैफे - ट्रैक्टर्स एंड फार्म इक्विपमेंट लिमिटेड



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